
कुछ दिन पहले गंगा घाट शुक्लागंज में रोहिंग्या परिवार मिले थे जिसमें कानपुर पुलिस ने एक रोहिंग्या ऑटो चालक को गिरफ्तार किया था उसी के माध्यम से उसके पूरे परिवार की जानकारी हुई थी जिसमें से 10 से 15 लोग शामिल थे जिनके पास ना ही यहां का आईडी कार्ड था ना ही आधार जबकि वह म्यांमार के रहने वाले थे एक महीने से ऊपर का समय हो गया है उसके परिवार के 6 से 7 सदस्य फरार चल रहे हैं जो अभी तक गिरफ्तार नहीं किए गए हैं इसमें पुलिस प्रशासन पूरी तरह से फेल हो गया है जो अभी तक कौन सदस्यों को ढूंढ नहीं पाई है यह एक पुलिस प्रशासन पर बहुत ही फेल होने का ठप्पा लग चुका है इनकी खुफिया जांच एजेंसी भी नाकाम साबित हो रही है और यह मामला बिल्कुल ठंडा हो चुका है अगर इसी तरीके चला रहा तो यह रोहिंग्या परिवार यहां पर अपना मुकाम बना लेगा और आने वाले समय में देश के लिए खतरा पैदा करेगा